भाजपा व आरएसएस की सरकार कभी नही जारी करेगी जाति जनगणना के आकडें – बिन्दु बाला बिन्द Bindu Bala Bind लखनऊ: गाजीपुर की सपा नेत्री बिन्दु बाला बिन्द ने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में 1931 में जनगणना किया गया और जातिगत आकडों को जारी किया गया और नियम के मुताबिक हर दस साल… Continue reading भाजपा व आरएसएस की सरकार कभी नही जारी करेगी जाति जनगणना के आकडें – बिन्दु बाला बिन्द Bindu Bala Bind
Category: Uncategorized
ढोंगी पाखंडी क्यों हो रहे हैं कंगना के बयान पर इतना आगबबूला : बिन्दु बाला बिन्द
गाजीपुर : रानी लक्ष्मीबाई से लेकर नेता जी सुभाषचंद्र बोस तक, 90 साल लंबे स्वतन्त्रता संग्राम में चंद्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह, राजगुरू, सुखदेव, रोशन सिंह, बिस्मिल अशफ़ाकउल्लाह सरीखे असंख्य अमर बलिदानियों समेत लगभग 7 लाख हिन्दुस्तानियों ने अंग्रेजों की बंदूकों की गोली खाकर या फांसी के फंदे को चूमकर अपने प्राणों का बलिदान दिया । उन… Continue reading ढोंगी पाखंडी क्यों हो रहे हैं कंगना के बयान पर इतना आगबबूला : बिन्दु बाला बिन्द
लोकतांत्रिक तानाशाही से भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने में जुटी-बिन्दु बाला बिन्द
लोकतांत्रिक तानाशाही से भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने में जुटी – बिन्दु बाला बिन्द गाजीपुर की बिन्दु बाला बिन्द ने आरएसएस नियंत्रित भाजपा सरकार पर संविधानिक संस्थाओं व सरकारी उपक्रमों को खत्म करने का आरोप लगाया है । उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार रेल, सेल, भेल, गेल, ओएनजीसी, एयरपोर्ट, पोर्ट ट्रस्ट, खनन क्षेत्रों का… Continue reading लोकतांत्रिक तानाशाही से भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने में जुटी-बिन्दु बाला बिन्द
जिन्ना के योग्य शिष्य हैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह – बिन्दु बाला बिन्द
जिन्ना के योग्य शिष्य हैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह – बिन्दु बाला बिन्द #गाजीपुर : सामाजिक चिंतन करने वाली बिन्दु बाला बिन्द ने NRC पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमित शाह देश के नए जिन्ना है । आप सब जानते है कि 1947 में भारत का विभाजन जरूर हुआ लेकिन जहां पाकिस्तान… Continue reading जिन्ना के योग्य शिष्य हैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह – बिन्दु बाला बिन्द
जमीन के सवाल और डा. आंबेडकर : बिन्दु बाला बिन्द Bindu Bala Bind
आंबेडकर ने इस बात का खंडन किया कि जमीन आर्थिक आजीविका का साधन है। उनका मत था कि भारत में जमीन रखना आर्थिक जीविका का मामला नहीं है, वरन् सामाजिक हैसियत का मामला है। जमीन रखने वाला आदमी अपने आप को उस आदमी से उच्चतर हैसियत वाला मानता है, जो जमीन नहीं रखता है। यही… Continue reading जमीन के सवाल और डा. आंबेडकर : बिन्दु बाला बिन्द Bindu Bala Bind