अपने समाज के MLAs से आरक्षण मांगने के लिए करती हूँ निवेदन और आप भी करीये – बिन्दु बाला बिन्द
लखनऊ: गाजीपुर की सपा नेत्री बिन्दु बाला बिन्द ने कहा कि 19-मार्च, 2017 से 24-मार्च, 2022 तक चली आरएसएस व भाजपा की उत्तर प्रदेश सरकार में बिन्द, निषाद, केवट, कश्यप, मल्लाह समाज के कुल केवल 5 विधायक (BJP-4, BSP-1) थे लेकिन किसी ने भी समाज के आरक्षण के लिए लखनऊ के विधान सभा में पूरे कार्यकाल के दौरान आवाज उठाकर माँग नहीं किये क्योकि भाजपा व बसपा दोनों ही मछुआ आरक्षण की विरोधी होने से आरक्षण को कुचलकर पैरों तले रखने का घोर अन्याय किये जबकि समाज के लोग बड़ी आशा, विश्वास व उम्मीद से हमाज के हक, अधिकार व आरक्षण दिलाने के लिए चुनकर सदन भेजे थे लेकिन आरएसएस के दबाव में होकर सभी विधायकों ने अपने ही समाज के साथ धोका किये इसलिए आरक्षण का कोई अता पता नहीं है कि कब मिलेगा ? जो भाजपा MLC डा संजय निषाद के वजह से आरएसएस मुख्यालय में गिरवी पडा हुआ है ? ठीक इसी प्रकार से ही उत्तर प्रदेश में समाज के बने दो सपा MLC को छोड़कर (राजपाल कश्यप सपा, रामसुन्दर दास निषाद सपा, सुरेश कश्यप बसपा के अलावा डा संजय निषाद को लेकर अभी 4 MLC है) व देश के कुल भाजपा लोकसभा/राज्यसभा सांसदगण का रवैया आरक्षण के प्रति अचेत रहा है । केवल समाजवादी पार्टी के दोनो MLC लखनऊ विधान परिषद सहित सपा के ही राज्यसभा सांसद श्री विश्वम्भर प्रसाद निषाद जी ही कई बार दिल्ली राज्य सभा सदन में आरक्षण की मांग करते रहते हैं जबकि समाज के कई भाजपाई सांसद आरक्षण पर कुछ नहीं बोलते है और नाही बोलेगे क्योंकि आरएसएस व भाजपा आरक्षण की विरोधी है इसलिए आरक्षण नहीं मिल रहा है अर्थात बस समाजवादी पार्टी ही चाहती है कि समाज को आरक्षण मिले, यदि आरएसएस व भाजपा चाह रही है तो 2014 से ही भाजपा की सरकार केन्द्र में है तो फिर अभी तक आरक्षण क्यों नहीं मिला ? इसलिए समाज को हकीकत व वास्तविकता बताते हुए गाजीपुर की सपा नेत्री मै बिन्दु बाला बिन्द यूपी विधान सभा चुनाव-2022 में चुने गये अपने समाज के कुल 8 नव निर्वाचित माननीय विधायकगण (भाजपा-5, सपा-2, निषाद पार्टी-1) से आशा, विश्वास के साथ माँग करती हूँ कि सदन में समाज के हक, अधिकार व आरक्षण को लड़कर दिलाने का काम करेंगे । भाजपा के 5 विधायक यदि एकता बनाकर सपा के दोनों विधायकों का साथ देंगे तो भले ही पांचो विधायकों को आगामी चुनाव 2027 में विधायक का टिकट भाजपा से ना मिलें लेकिन आरक्षण अवश्य मिल जायेगा ? इसलिए मै बिन्दु बाला बिन्द जानना चाहती हूँ, पूरा समाज जानना चाहता है कि भाजपा विधायकों के लिए पद, पावर, कुर्सी बड़ी है या फिर समाज का हक, अधिकार व आरक्षण ? (इस बार विधायकों की संख्या 5 से बढ़कर 8 हो गयी है, जो आरक्षण मिलते ही 35 से ऊपर हो जायेगी) ।
बिन्दु बाला बिन्द ने आगे कहा कि आरक्षण की आश में 17 जाति/समाज के लोगों ने दो लोकसभा चुनाव व दो विधान सभा चुनाव में वोट देकर आरएसएस व भाजपा की सरकार बनाये बावजूद आरक्षण नहीं मिला क्योंकि 17 जातियों के लोग चुनाव से पहले मांग नहीं करते है इसलिए आरएसएस व भाजपा सहित सहयोगी दलों से आये दिन लोकसभा चुनाव 2024 आने तक कहते रहिये कि
#एसी_जाति_का_आरक्षण_नहीं #तो_अब_2024_में_पांचवी_बार
#भाजपा_व_सहयोगी_दलों_को_वोट_नहीं
का नारा बन्द नहीं होना चाहिए क्योंकि आरक्षण देने का अधिकार केन्द्र सरकार के अधीन है और देश प्रदेश में आरएसएस व भाजपा की सरकार है इसलिए समाज को लोकसभा चुनाव-2024 से पहले आरक्षण चाहिए इसलिए सोशल मीडिया के जरीये मांग करते रहीये की आरक्षण नहीं तो अब पांचवी बार वोट नहीं !
आरक्षण दो ! आरक्षण दो ! आरक्षण दो !
#बिन्दु_बाला_बिन्द #BBB #BINDUBALABIND