भाजपा व आरएसएस की सरकार कभी नही जारी करेगी जाति जनगणना के आकडें – बिन्दु बाला बिन्द Bindu Bala Bind
लखनऊ: गाजीपुर की सपा नेत्री बिन्दु बाला बिन्द ने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में 1931 में जनगणना किया गया और जातिगत आकडों को जारी किया गया और नियम के मुताबिक हर दस साल में जनगणना तो होती है, जातियों की संख्या के आकडें जारी नही किये जाते है । इसी तरह करते करते नव दशक अर्थात 90 साल बीत गये और किसी को पता नही है, वर्तमान में किस जाति की कितनी संख्या है, भारतीय जनता पार्टी व आरएसएस की सरकार कभी नही चाहती कि जाति जनगणना के आकडें जारी हो क्योंकि जाति जनगणना जारी होने से सबसे बडा नुकसान भाजपा को होगा । नुकसान यह होगा कि सभी जातिया सरकार से हर क्षेत्र में हिस्सेदारी व भागीदारी मांगने लगेगी तो मुट्टी भर लोगों के पेट में दर्द होने लगेगा इसलिए भाजपा नही चाहती कि जाति जनगणना के आकडें जारी हो। भाजपा को वोट ना देने के लिए देश के दलित, पिछडे, आदिवासी व मुस्लिम समाज के लोगों के लिए बस यही काफी है कि भाजपाा जातिगण आकडा जारी ना करने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कह चुकी है कि मोदी सरकार जाति जनगणना तो करायेगी लेकिन सरकार जातिगण आकडो को जारी नही करेगी ।
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गाजीपुर की सपा नेत्री बिन्दु बाला बिन्द ने कहा कि पिछडों की आवाज माननीय श्री अखिलेष यादव जी ने यह तय किया है कि बाबा साहेब डा भीम राव अम्बेडकर जी द्वारा दिये गये संविधान के मुताबिक सरकार बनने ही 6 महीने के अन्दर यूपी के प्रत्येक जातियों की गणना करके जातियों के आकडों को जारी करने का काम करेगें जिससे यह मालूम हो जायेगा कि किस जाति की कितनी संख्या है, इससे यह फायदा होगा कि जो जातिया शासन, प्रशासन, सत्ता, नौकरी, पेशा में हिस्सेदारी से वंचित है, उनके भाग्य का दरवाजा खुल जायेगा क्योंकि उन सभी दबी, कुचली जातियों को अखिलेश सरकार संख्या के अनुपात मंें हिस्सेदारी देगी इसलिए निवेदन है समाजवादी पार्टी की सरकार बनाकर अपनी खोई हुई हिस्सेदारी को पाये ।